The Ultimate Guide To bhairav kavach
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मालिनी पुत्रकः पातु पशूनश्वान् गंजास्तथा
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पूर्वस्यां असितांगो मां दिशि रक्षतु सर्वदा ।
भविष्य में आने वाली बुरी दुर्घटनाओं से रक्षा होती है।
कुरुद्वयं लिङ्गमूले त्वाधारे वटुकाय च ॥ ११॥
पातु शाकिनिका पुत्रः सैन्यं वै click here कालभैरवः ।
ॐ हृीं विश्वनाध: सदा पातु सर्वाँगम मम सर्वधा
वाद्यं वाद्यप्रियः पातु भैरवो नित्यसम्पदा
भीषणो भैरवः पातु उत्तरस्यां तु सर्वदा ।
भगवान शिव ने पांच साल के बच्चे का अवतार धारण किया जिसे बटुक भैरव कहा जाता है।
ऊर्ध्व पातु विधाता च पाताले नन्दको विभुः।